क्या आप जल्दी थकते हैं हो सकता है आपके रक्त की कमी
हो। अपने भोजन में लौह-तत्व की पूर्ति के लिए पत्तेदार सब्जियां और फलों का
सेवन खूब करना चाहिए।
भारत में रक्ताल्पता अर्थात् खून की कमी के रोगी सर्वाधिक हैं। यह अनुपात पुरूषों की अपेक्षा çस्त्रयों में अधिक है। शरीर में खून की मात्रा 4 से 6 लीटर होती है। जब खून में लाल रक्त कणिकाएं कम होने लगती हैं । इस रोग में रोगी का चेहरा पीला या काला, आंखें सफेद, शारीरिक कमजोरी, शीघ्रता से थकान, मानसिक अवसाद, स्नायु एवं स्मृति दौर्बल्य आदि लक्षण प्रकट होने लगते हैं। किसी भी प्रकार के रक्तालपता में कुछ प्रयास अत्यन्त लाभकारी हो सकते हैं।
करें आयरन की पूर्ति
इस रोग में खून में लौह तत्व की कमी आने लगती है, अत: अपने भोजन में लौह-तत्व की पूर्ति करने हेतु फलों में सेब, अंजीर, मुनक्का, अनार, पपीता व सब्जी में पालक, मेथी, गाजर, बथुआ, चुकंदर, खूबानी आदि को रात्रि को लोहे की कड़ाही में पानी के साथ 6 घंटे भिगोने के बाद प्रयोग करें, ऎसा करने से तेजी से खून में आयरन की मात्रा बढ़ेगी।
जरू री है विटामिन बी12
खून की कमी के दौरान शरीर को विटामिन बी12 की सख्त आवश्यकता होती है ,जो खून में लाल रक्त कणिकाओं को तेजी से बढ़ाता है। अनार, सेब, चुकंदर में पाए जाने वाला आयरन शरीर में पहुंचकर विटामिन बी12 में बदल जाता है। यदि सुबह के समय पेट की मिट्टी पट्टी व एनीमा लेकर नीबू पानी व शहद के साथ फल व कच्ची सब्जियों का प्रयोग किया जाए, तो विटामिन बी12की पूर्ति होता है।
खनिज लवण हो आवश्यक
खून की कमी के दौरान शरीर में खनिज लवणों की कमी आ जाती है जो कि शरीर को पानी द्वारा पूर्ति नहीं हो पाती है। यदि इस दौरान शरीर को जैतून तेल से धूप मालिश व धूप सर्वांग मिट्टी लेप दिया जाए तो शरीर इस प्रक्रिया द्वारा खनिज लवणों की मूर्ति कर खून को कोबाल्ट, मैग्नीशियम, कॉपर आदि की पूर्ति कर चेहरा एवं त्वचा को कांतिमय बनाता है।
ऑक्सीजन हो पर्याप्त
खून की कमी का एक मुख्य कारण शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा कम होना भी है। जब शरीर में ऑक्सीजन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध रहती है तो ऑक्सीजन श्वेत रक्त कणिकाओं व प्लाज्मा के संयोजन द्वारा लौह तत्व की पूर्ति कर लाल रक्त कणिकाओं की संख्या बढ़ाता है। जब शरीर में ऑक्सीजन शुद्ध एवं भरपूर पहुंचता है, तो खून के सारे अवयव ठीक कार्य करते हैं। ऑक्सीजन की पूर्ति के लिए सुबह की खुली ताजा हवा में तेज गति से घूमना आदि तेजी से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करता है।
जीवंत हो भोजन
भोजन में जीवंत खाद्य पदार्थों को लें जैसे अंकुरित अनाज, दाल, फल, सब्जी, सलाद आदि। जीवंत भोजन नई कोशिकाओं को पैदा कर ऊर्जा देता है, नई कोशिकाएं शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाकर खून की कमी को दूर करती हैं तथा साथ ही हरी दूब व गेहूं के जवारे का 50 से 60 मिग्रा. रस खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा को तेजी से बढ़ाता है जिसे "ग्रीन ब्लड" कहा जाता है। अब तक की धारणा थी कि मांसाहार खून की कमी को पूरा करता है, कदापि नहीं! मांसाहार शरीर में हीम लौह की मात्रा के साथ-साथ कोलेस्ट्रॉल की मात्रा भी तेजी से बढ़ाता है जो कि दिल का दौरा व उच्च रक्तचाप के लिए जिम्मेदार है। प्रकृति में पाया जाने वाला क्लोरोफिल, आयरन व विटामिन्स खून की कमी को सही तरीके से पूरा करते हैं।
- डॉ. वीरेन्द्र अग्रवाल