Wednesday, April 2, 2008

अबूधाबी की 'ऊँटपटाँग' सौंदर्य प्रतियोगिता


कहा जाता है कि सुंदरता देखने वालों की आँखों में होती है, आम तौर पर बदसूरत माने जाने वाले जानवर ऊँट की सुंदरता को संयुक्त अरब अमीरात में परखा जाएगा.
दस हज़ार ऊँट अंतरराष्ट्रीय सौंदर्य प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए अबूधाबी पहुँच रहे हैं.
अबूधाबी की यह प्रतियोगिता अपनी तरह की बहुत बड़ी अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा है जिसमें 90 लाख डॉलर के इनाम बाँटे जाएँगे और सौ बेहतरीन ऊँटों के मालिकों को इनाम में कार दिए जाएँगे.
रेगिस्तान का जहाज़ कहे जाने वाले ऊँट बहरीन, कुवैत, ओमान, क़तर और सऊदी अरब से इस बड़े आयोजन में हिस्सा लेने के लिए बन-ठनकर पहुँच रहे हैं.
आयोजकों का कहना है कि ऊँट सौंदर्य प्रतियोगिता के बहाने वे रेगिस्तान की संस्कृति की झलक पेश कर सकेंगे.
यह सौंदर्य प्रतियोगिता मज़ायिन दाफ़रा उत्सव का हिस्सा है जो बुधवार से शुरू हो रहा है और आयोजकों का कहना है कि यह खाड़ी क्षेत्र में अपनी तरह का सबसे बड़ा आयोजन है.
ऊँटों के विशेषज्ञों का पैनल अलग-अलग आयु वर्ग से विजेता ऊँटों का चुनाव करेगा.
यह प्रतियोगिता हर उस ऊँट के लिए खुली है जो अच्छी नस्ल का हो, संक्रामक रोगों से मुक्त हो और उसमें किसी तरह की विकलांगता न हो.
इस ऊँट सौंदर्य प्रतियोगिता के प्रायोजक अबूधाबी के शेख़ ख़लीफ़ा बिन ज़ायद हैं.
ख़लीफ़ा के प्रवक्ता ने कहा कि अरब संस्कृति के केंद्र में रहे ऊँट के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए इस आयोजन के ज़रिए राष्ट्रीय पहचान को कायम रखने की कोशिश की जा रही है.
संयुक्त अरब अमीरात में छह वर्ष पहले ऊँटों की सौंदर्य प्रतियोगिता पहली बार आयोजित की गई थी.
खाड़ी के देशों में ऊँटों की दौड़ एक लोकप्रिय खेल है जिसमें लोग लाखों डॉलर दाँव पर लगाते हैं.
सदियों से अरब जगत में संपत्ति का मुख्य पैमाना यही रहा है कि किस शेख़ के पास ऊँटों का कितना बड़ा काफ़िला है.