सतीश आनंद को पिछले साल अक्तूबर में कराची में उस समय अग़वा कर लिया गया था, जब वो अपने घर से दफ़्तर जा रहे थे.
सतीश आनंद पाकिस्तान की एक अहम फ़िल्मी शख़्सियत हैं और उनके पिता जयसिंह आनंद भी फ़िल्म से जुड़े रहे हैं. उन्होंने पाकिस्तान में कई कामयाब फ़िल्में दी हैं.
वो भारतीय अभिनेत्री जूही चावला के क़रीबी रिश्तेदार भी हैं.
उनके घर वालों ने पुलिस में शिकायत कर रखी है लेकिन अभी तक पुलिस ने किसी गिरोह की शिनाख़्त नहीं की है और न ही उनके बारे में पता ही लगा सकी है.
शक तालेबान पर
सिटिज़न पुलिस लायज़न कमेटी के प्रमुख शरफ़ूद्दीन मेमन का कहना है कि वो तमाम पहलुओं की जाँच कर रहे है. हालाँकि वो इस अपहरण में किसी धार्मिक संगठन के शामिल होने से न तो इनकार कर रहे हैं और ना ही स्वीकार रहे हैं.
उनका कहना है, "पुलिस अपने तौर पर काम कर रही है और इस समय कुछ भी बताना मुनासिब नहीं है."
सतीश के अपहरण के बाद कराची में हिंदू बिरादरी में डर का माहौल है.
पाकिस्तान हिंदू काउंसिल के नेता रमेश कुमार का कहना है कि वो पुलिस की जाँच से संतुष्ट नहीं हैं.
रमेश कुमार का कहना है कि उन्होंने सतीश के घर वालों और सरकार से बातचीत की थी, लेकिन वो इस मामले को अधिक उछालना नहीं चाहते क्योंकि हो सकता है कि घर वाले डरे हुए हों और वो सीधे तौर पर घर वालों से नहीं मिल सके हैं.
उनका कहना है कि उनकी पुलिस से जो बात हुई है उससे उन्हें शक है कि इसमें तालेबान शामिल हो सकते हैं.
सतीश के अग़वा किए जाने के बाद उनके लाहौर दफ़्तर को भी ख़ाली करा लिया गया है.