Friday, September 26, 2008

सिगरेट पीने वाले के संपर्क में आने से बचें

Marwar News! Sep 23, 06:55 pm
न्यूयार्क। धूम्रपान करना खुद के साथ ही संपर्क में आने वाले अन्य लोगों की सेहत के लिहाज से भी खतरनाक है। हालिया शोध में कहा गया है कि किसी अन्य के द्वारा छोड़े गए सिगरेट के धुएं के संपर्क में आने यानी 'सैकेंड हैंड स्मोक' से भी सेहत को नुकसान पहुंच सकता है। इससे महिलाओं में 'पैरीफ्रल आर्टियल डिजीज' [पैर की धमनियों की बीमारी] होने का खतरा बढ़ जाता है। इस रोग के घातक होने पर पैर काटने तक की नौबत आ सकती है।
इससे पहले किए गए अन्य शोध में धूम्रपान से हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ने की बात कही जा चुकी है। ताजा अध्ययन चीन की महिलाओं पर किया गया। प्रमुख शोधकर्ता बीजिंग के डा. याओ ही कहते हैं कि महिलाओं की तुलना में पुरुष धूम्रपान ज्यादा करते हैं लेकिन इसके दुष्परिणाम महिलाओं को ज्यादा भुगतने पड़ते हैं।
इस अध्ययन में 60 साल या उससे ज्यादा उम्र की 1209 ऐसी महिलाओं को शामिल किया गया जिन्होंने कभी धूम्रपान नहीं किया था। इनमें से 477 महिलाओं ने घर या आफिस में सैकेंड हैंड स्मोक की बात स्वीकारी। शोधकर्ताओं के अनुसार सैकेंड हैंड स्मोक की वजह से महिलाओं में पैरीफ्रल आर्टियल डिजीज का खतरा 67 फीसदी तक बढ़ा पाया गया। यही नहीं, उनमें हृदय रोग का 69 फीसदी और स्ट्रोक का खतरा 56 फीसदी तक अधिक पाया गया।

बच्चे को ढोने दें स्कूल बैग का बोझ

Marwar News! Sep 26, 06:54 pm
मेलबर्न। क्या अपने बच्चे का भारी स्कूल बैग आप ढोते हैं? यदि उत्तर 'हां' है तो आगे से ऐसा न करें। आस्ट्रेलियाई शोधकर्ताओं का कहना है कि किशोर उम्र में पीठ पर भारी बैग ढोने से शरीर और खास तौर पर रीढ़ की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। बस, ध्यान सिर्फ इतना रखना है कि स्कूल बैग का वजन बच्चे के वजन से 15 फीसदी से अधिक न हो।
यह अध्ययन रिपोर्ट आस्ट्रेलियन जर्नल आफ फिजियोथिरैपी के ताजा अंक में प्रकाशित हुई है। पश्चिमी आस्ट्रेलिया स्थित कर्टिन यूनिवर्सिटी के लियान स्ट्रेकर के हवाले से इसमें कहा गया है कि जो बच्चे पैदल या साइकिल से स्कूल जाते हैं उन्हें पीठ और गर्दन के दर्द की शिकायत कम होती है।
स्ट्रेकर के अनुसार स्कूल बैग लेकर पैदल चलने या साइकिल चलाने से शरीर और रीढ़ की मांसपेशियों की ताकत व सहनशीलता बढ़ती है। स्ट्रेकर कहते हैं कि पीठ पर स्कूल बैग ढोने से मांसपेशियां मजबूत हो जाती हैं इसलिए उनमें पीठ और गर्दन में दर्द जैसी तकलीफें कम देखने को मिलती हैं।
इस अध्ययन के दौरान छात्रों से स्कूल बैग के वजन और उसे लेकर चलने के उनके अनुभव के बारे में सवाल पूछे गए। स्ट्रेकर ने बताया कि अध्ययन में शामिल पचास फीसदी छात्र-छात्राओं ने पीठ और गर्दन में दर्द रहने की शिकायत की। इनमें से ज्यादातर लोग अपना स्कूल बैग खुद नहीं ढोते थे।

ज्यादा साफ-सफाई से भी डायबिटीज!

Marwar News! Sep 26, 07:26 pm
लंदन। साफ-सुथरे वातावरण की अक्सर वकालत की जाती है। यह स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद जरूरी भी है। लेकिन, एक हालिया शोध में ज्यादा साफ-सफाई से रहने को डायबिटीज का खतरा बढ़ने की बात कही गई है।
ब्रिटिश शोधकर्ताओं के अनुसार बचपन में बैक्टीरिया और वायरस रहित वातावरण आगे जाकर हाई ब्लड प्रेशर और उससे संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है। अध्ययन के मुताबिक बचपन के दौरान शरीर में ऐसे 'ह्यूंमन फ्रेंडली' बैक्टीरिया विकसित होते हैं जो टाइप 1 डायबिटीज से लड़ने में मददगार होते हैं। इनके चलते प्रतिरक्षा तंत्र कोशिकाओं को इंसुलिन बनाने के लिए प्रेरित करता है। उल्लेखनीय है कि ये बैक्टीरिया आंतों में विकसित होते हैं।
बैक्टीरिया का प्रतिरक्षा तंत्र पर प्रभाव जानने के लिए शोधकर्ताओं ने चूहों पर प्रयोग किया। जिन चूहों को बचपन में बैक्टीरिया मुक्त वातावरण में रखा गया था उनमें आगे चलकर गंभीर डायबिटीज पाई गई। इसके विपरीत जिन चूहों को शुरू से बैक्टीरिया वाले माहौल में रखा गया तो आगे जाकर उनमें आश्चर्यजनक रूप से डायबिटीज का खतरा कम देखा गया।
ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी की प्रमुख शोधकर्ता सुजेन वांग के मुताबिक आंतों में पाए जाने वाले ह्यूंमन फ्रेंडली बैक्टीरिया और प्रतिरक्षा तंत्र के बीच गहरा संबंध है। सुजेन ने कहा कि अब हम इस बात की खोज में लगे हैं कि यह बैक्टीरिया किस तरह से प्रतिरक्षा तंत्र को सक्रिय कर टाइप 1 डायबिटीज को रोकने में सफल होता है।

भ्रष्ट अधिकारी ढूंढि़ये और पाईए इनाम

Marwar News! Sep 26, 12:22 pm
मेक्सिको सिटी। दशकों से मेक्सिकोवासी ऐसे नौकरशाहों से पीडि़त रहे हैं, जो उनसे किसी भी काम के लिए रिश्वत मांगते हैं, लेकिन अब उनकी यह परेशानी उन्हें नकद ईनाम भी दिलवा सकती है।
संघीय सरकार भ्रष्टाचार के सबसे खराब उदाहरण तलाशने के लिए एक प्रतियोगिता का आयोजन कर रही है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को इस प्रतियोगिता के पुरस्कारों और नियमों की घोषणा की। राष्ट्रपति फिलिप काल्डेरोन ने इस महीने की शुरू में कहा था कि ऐसी प्रतियोगिता शुरू करने पर विचार चल रहा है। लोक प्रशासन सचिव सल्वादोर वेगा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार लोगों और समुदाय के विकास के लिए कार्य करती है न कि उनकी परेशानी के लिए।
अधिकारियों ने प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए आवेदन पत्र जारी किया है जिस पर फाइलों से घिरे एक अधिकारी की तस्वीर छपी है। इस तस्वीर में लोगों की एक कतार तथा एक महिला कर्मचारी को अपने नाखून रंगते हुए दिखाया गया है। दीवार पर टंगी घड़ी में समय पूर्वाह्न साढे़ ग्यारह हो चुका है, जबकि एक डिजिटल काउंटर दिखाता है कि अभी सुबह से सिर्फ दूसरे व्यक्ति का काम ही हुआ है। मेक्सिकोवासियों को 31 अक्टूबर से पहले अपने फार्म जमा करने होंगे। इसमें पूछे गये सवालों की एक वानगी.. क्या आपसे कभी ऐसे दस्तावेज देने को कहा गया है जिन्हें पाना मुश्किल हो, क्या आपसे रिश्वत मांगी गई। सरकार इस फार्म में लोगों को नौकरशाही सुधारने के तरीकों के बारे में भी पूछ रही है।
संघीय सरकार भ्रष्ट अधिकारियों का खुलासा करने और उसे सुधारने के उपाय सुझाने वाले व्यक्ति को बतौर ईनाम 27,000 डालर की राशि देगी, जबकि स्थानीय स्तर पर यह राशि 9,300 डालर है।

बच्चों के दिमाग को बनाइए तंदरुस्त

Marwar News! Sep 26, 06:04 pm
लंदन। यह बात हम पहले से जानते हैं कि मछली खाने से दिमाग तेज होता है। अब वैज्ञानिकों ने भी इसकी पुष्टि कर दी है। हाल में हुए एक शोध के मुताबिक जो बच्चे नियमित रूप से मछली के तेल की खुराक लेते हैं उनका दिमाग ज्यादा तेज होता है।
ब्रिटिश शोधकर्ताओं के मुताबिक प्रतिदिन मछली के तेल के सप्लीमेंट्स लेना दिमाग को दुरुस्त रखता है। इससे वे परीक्षा में भी बेहतर प्रदर्शन कर पाते हैं। शोधकर्ताओं ने लगातार छह महीनों तक मछली के सप्लीमेंट्स लेने वाले तीन हजार छात्रों के परीक्षा परिणामों पर नजर रखी। सप्लीमेंट्स लेने वाले छात्रों के रिजल्ट की तुलना सप्लीमेंट्स नहीं लेने वाले छात्रों के परीक्षा परिणामों से की गई। अध्ययन के मुताबिक सप्लीमेंट्स न लेने वाले छात्रों की अपेक्षा सप्लीमेंट्स लेने वाले छात्रों ने परीक्षा में 17.7 फीसदी ज्यादा अंक अर्जित किए।

सेहत के लिए खतरनाक है साइबर सेक्स

Marwar News! Sep 26, 06:04 pm
सिडनी। यह खबर आनलाइन सेक्स और पोर्न साइट्स देखने वालों के लिए खतरे की घंटी है। हाल में हुए एक शोध के मुताबिक यह आदत अवसाद व तनाव को खतरनाक होने की हद तक बढ़ा देती है। आनलाइन सेक्स में कामोत्तेजक वीडियो, अश्लील मैसेज भेजना और चैटिंग करना शामिल है।
अध्ययन के मुताबिक प्रतिदिन एक घंटे साइबर सेक्स का मजा लेने वाले लोगों को यह बीमारी आसानी से गिरफ्त में ले लेती है। आस्ट्रेलिया के शोधकर्ताओं ने 18 से 80 साल के पढ़े-लिखे पुरुषों को अध्ययन में शामिल किया। ये लोग हफ्ते में औसतन 12 घंटे तक कंप्यूटर पर सेक्स का लुत्फ उठाते थे। इसके लिए वेबकैम, कामोत्तेजक वीडियो और तस्वीरों का इस्तेमाल किया जाता था।
शोध में शामिल 1325 लोगों में से 65 फीसदी ने आनलाइन बात करने के बाद डेटिंग की बात स्वीकार की। इनमें अधिकांश की मानसिक दशा काफी खराब थी। आनलाइन सेक्स के लती 27 फीसदी लोगों को मध्यम से उच्चस्तर तक अवसादग्रस्त पाया गया। वहीं 30 फीसदी में चिंता का उच्चस्तर और 35 फीसदी तनावग्रस्त पाए गए। अवसाद और चिंता का स्तर उन लोगों में सर्वाधिक पाया गया जो आनलाइन यौन क्रियाओं में लिप्त थे।

लेसोथो में बड़ा और अनूठा हीरा मिला

Marwar News!
यह 105 कैरेट वाले गोल कोहिनूर हीरे से भी बड़ा होगा जो ब्रिटिश ताज में जड़े हुए रत्नों का हिस्सा है.
लेसोथो में खनिकों ने एक ऐसे पत्थर की खोज निकाला है जो तराशने के बाद दुनिया में अब तक मौजूद हीरों में सबसे बड़ा पॉलिश किया गया हीरा बन सकता है.
'जैम डायमंड' नाम की कंपनी का कहना है कि इस पत्थर का वजन 478 कैरेट है और अब तक पाया गया बीसवाँ सबसे बड़ा कच्चा हीरा है.
इस कंपनी का कहना है कि बिना किसी जोड़ वाला यह पत्थर पिछले दिनों लेसेंग खदान से निकाला गया जिसका मालिकाना हक़ लेसोथो स्थित उनकी कंपनी के पास है.
कंपनी का मानना है कि इससे 150 कैरेट का रत्न मिल सकता है जो करोड़ों डॉलरों में बिक सकता है. इस हीरे को अभी नाम नहीं दिया गया है.
चमकदार
कंपनी के चीफ़ एक्ज़ीक्यूटिव क्लिफ़र्ड एल्फ़िक कहते हैं, "इस अनूठे हीरे की प्राथमिक जाँच में ही संकेत मिल गया था कि इससे चमकदार और बहुत सुंदर रंग वाला ऐसा हीरा तराशा जा सकता है जो रिकार्ड तोड़ देगा." यह 105 कैरेट वाले गोल कोहिनूर हीरे से भी बड़ा होगा जो ब्रिटिश ताज में जड़े हुए रत्नों का हिस्सा है.
लेकिन यह 1905 में पाए गए क्यूलिनेन हीरे से छोटा ही रहेगा जो तराशे जाने से पहले 3,106 कैरेट का था और तराशे जाने के बाद आँसू की बूँद के आकार का 530 कैरेट का हीरा बना. उस हीरे को 'ग्रेट स्टार ऑफ़ अफ़्रीका' के नाम से जाना जाता है.
लेसेंग खदान के मालिकाना हक़ वाली कंपनी में 70 फ़ीसदी हिस्सेदारी जैम डायमंड्स की और 30 फ़ीसदी हिस्सेदारी लेसोथो सरकार की है.