Thursday, October 2, 2008

लड़की या लड़का माँ की सोच का नतीजा

Dingal news! अगर कोई महिला यह सोचे कि वह कितने दिन जीवित रहने वाली है, या यह दुनिया अच्छी है या बुरी, तो उसकी इस सोच का असर उसके बच्चे पर निर्णायक रूप में पड़ सकता है.वैज्ञानिकों का कहना है कि यहाँ तक कि इस सोच का असर उसके बच्चे के लिंग निर्धारण में भी निर्णायक रूप में पड़ सकता है.ब्रिटेन के केंट विश्वविद्यालय में जीव विज्ञान की शिक्षक डॉक्टर...

'मोबाइल घटा रहा है मर्दानगी'

Dingal Times!शोधकर्ताओं का कहना है कि मोबाइल फ़ोन का अधिक इस्तेमाल करने वाले पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या घट रही है जो सीधे तौर पर प्रजनन क्षमता को प्रभावित करती है.मुंबई के अस्पतालों में संतानोत्पति में नाकाम होने के बाद अपना इलाज़ करा रहे 364 पुरूषों पर हुए अध्ययन से यह निष्कर्ष निकला है.यह शोध ओहियो के क्लीवलैंड क्लिनिक फाउंडेशन...

सोयाबीन रोगियों के लिए फ़ायदेमंद

Dingal Times!एक शोध के अनुसार सोयाबीन और चना में पाए जाने वाले एक रसायनिक पदार्थ का सेवन दिल के दौरे का सामना कर चुके रोगियों के लिए फ़ायदेमंद हो सकता है.हाँगकाँग विश्वविद्यालय की टीम का कहना है कि सोयाबीन में पाए जाने वाले आइसोफ़लेवोन नामक रसायनिक पदार्थ कॉलेस्ट्रॉल से लड़ने वाली स्टेटिन के समकक्ष है.यूरोपीय हृदय पत्रिका के शोध के अनुसार...