किसी राजनयिक को विदेशी तैनाती से वापस बुलाए जाने की अनेक वजहें हो सकती हैं लेकिन पति की 'रंगीन रातों' का ख़ामियाज़ा महिला राजनयिक को भुगतना पड़े ऐसा कम ही होता है.
न्यूयॉर्क में बांग्लादेश की राजनयिक मीना तस्नीम के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है.
उनके पति तौहीद उल चौधरी ने नग्न नृत्य दिखाने वाले न्यूयॉर्क के एक स्ट्रिप्टीज़ क्लब में सात घंटे बिताए, मौज-मस्ती के बाद जब बिल देने की बारी आई तो उनके पैरों तले से ज़मीन खिसक गई.
उनसे एक लाख तीस हज़ार डॉलर वसूले गए जिसे वे लूट बता रहे हैं और क्लब के ख़िलाफ़ मुक़दमा दायर कर चुके हैं.
चौधरी का कहना है कि कब उनसे लगभग 65 लाख रूपए के बिल पर दस्तख़त करा लिए गए इसका पता उन्हें नहीं चला क्योंकि वे नशे में थे लेकिन स्ट्रिप्टीज़ क्लब का कहना है कि चौधरी ग़लतबयानी कर रहे हैं और उन्होंने एक "राजा की तरह एय्याशी की".
इस विवाद के बाद बांग्लादेश की सरकार ने मीना तस्नीम को आदेश दिया, "आप अपनी मौजूद ज़िम्मेदारी छोड़कर फ़ौरन ढाका लौट आएँ."
बांग्लादेश सरकार का कहना है कि यह आदेश 'बांग्लादेश की जनता के व्यापक हित' को देखते हुए दिया गया है.
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, "हम जानते हैं कि तस्नीम एक योग्य राजनयिक हैं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्हें अपने पति की हरकतों का ख़ामियाज़ा भुगतना पड़ रहा है."
मुक़दमा
तौहीद उल चौधरी ने बिल का भुगतान चार क्रेडिट कार्डों से किया और इसका ब्यौरा कहीं नहीं है कि इतनी बड़ी रक़म किन वस्तुओं या सेवाओं पर ख़र्च की गई.
मुझे याद नहीं कि मैंने कब दस्तख़त किए, अगर क्रेडिट कार्ड की रसीदों पर मेरे हस्ताक्षर हैं भी तो इसे होशोहवास में किया गया दस्तख़त नहीं माना जा सकता
तौहीद उल चौधरी
चौधरी ने न्यूयॉर्क की अदालत में क्लब के ख़िलाफ़ मुक़दमा दायर किया है जिसमें उन्होंने सुबह के चार बजे तक स्ट्रिप्टीज़ क्लब में नग्न-नृत्य देखने और शराब पीने की बात स्वीकार की है.
उन्होंने यह भी माना है कि क्लब के कर्मचारी उन्हें शराब पिलाते रहे और लगातार 'दूसरी सेवाएँ' भी देते रहे.
चौधरी का कहना है कि "मुझे याद नहीं कि मैंने कब दस्तख़त किए, अगर क्रेडिट कार्ड की रसीदों पर मेरे हस्ताक्षर हैं भी तो इसे होशोहवास में किया गया दस्तख़त नहीं माना जा सकता."
उन्होंने क्लब पर बेईमानी का आरोप लगाया है और अपने 'सही बिल के अलावा बाक़ी सारी रक़म' वापस किए जाने की माँग की है.
लेकिन क्लब के एक अधिकारी ने कहा है कि चौधरी को कोई पैसा वापस नहीं किया जाएगा, "हमारे क्लब में कई देशों के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तक आते हैं लेकिन इस आदमी ने तो राजा की तरह एय्याशी की थी."
मुक़दमे का परिणाम जो भी हो, एक महिला राजनयिक के करियर पर पति की हरकतों से तो धब्बा ज़रूर लग गया है.