Saturday, February 2, 2008

रात रंगीन करने की भारी क़ीमत


किसी राजनयिक को विदेशी तैनाती से वापस बुलाए जाने की अनेक वजहें हो सकती हैं लेकिन पति की 'रंगीन रातों' का ख़ामियाज़ा महिला राजनयिक को भुगतना पड़े ऐसा कम ही होता है.
न्यूयॉर्क में बांग्लादेश की राजनयिक मीना तस्नीम के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है.

उनके पति तौहीद उल चौधरी ने नग्न नृत्य दिखाने वाले न्यूयॉर्क के एक स्ट्रिप्टीज़ क्लब में सात घंटे बिताए, मौज-मस्ती के बाद जब बिल देने की बारी आई तो उनके पैरों तले से ज़मीन खिसक गई.

उनसे एक लाख तीस हज़ार डॉलर वसूले गए जिसे वे लूट बता रहे हैं और क्लब के ख़िलाफ़ मुक़दमा दायर कर चुके हैं.

चौधरी का कहना है कि कब उनसे लगभग 65 लाख रूपए के बिल पर दस्तख़त करा लिए गए इसका पता उन्हें नहीं चला क्योंकि वे नशे में थे लेकिन स्ट्रिप्टीज़ क्लब का कहना है कि चौधरी ग़लतबयानी कर रहे हैं और उन्होंने एक "राजा की तरह एय्याशी की".

इस विवाद के बाद बांग्लादेश की सरकार ने मीना तस्नीम को आदेश दिया, "आप अपनी मौजूद ज़िम्मेदारी छोड़कर फ़ौरन ढाका लौट आएँ."

बांग्लादेश सरकार का कहना है कि यह आदेश 'बांग्लादेश की जनता के व्यापक हित' को देखते हुए दिया गया है.

बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, "हम जानते हैं कि तस्नीम एक योग्य राजनयिक हैं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्हें अपने पति की हरकतों का ख़ामियाज़ा भुगतना पड़ रहा है."

मुक़दमा

तौहीद उल चौधरी ने बिल का भुगतान चार क्रेडिट कार्डों से किया और इसका ब्यौरा कहीं नहीं है कि इतनी बड़ी रक़म किन वस्तुओं या सेवाओं पर ख़र्च की गई.

मुझे याद नहीं कि मैंने कब दस्तख़त किए, अगर क्रेडिट कार्ड की रसीदों पर मेरे हस्ताक्षर हैं भी तो इसे होशोहवास में किया गया दस्तख़त नहीं माना जा सकता


तौहीद उल चौधरी

चौधरी ने न्यूयॉर्क की अदालत में क्लब के ख़िलाफ़ मुक़दमा दायर किया है जिसमें उन्होंने सुबह के चार बजे तक स्ट्रिप्टीज़ क्लब में नग्न-नृत्य देखने और शराब पीने की बात स्वीकार की है.

उन्होंने यह भी माना है कि क्लब के कर्मचारी उन्हें शराब पिलाते रहे और लगातार 'दूसरी सेवाएँ' भी देते रहे.

चौधरी का कहना है कि "मुझे याद नहीं कि मैंने कब दस्तख़त किए, अगर क्रेडिट कार्ड की रसीदों पर मेरे हस्ताक्षर हैं भी तो इसे होशोहवास में किया गया दस्तख़त नहीं माना जा सकता."

उन्होंने क्लब पर बेईमानी का आरोप लगाया है और अपने 'सही बिल के अलावा बाक़ी सारी रक़म' वापस किए जाने की माँग की है.

लेकिन क्लब के एक अधिकारी ने कहा है कि चौधरी को कोई पैसा वापस नहीं किया जाएगा, "हमारे क्लब में कई देशों के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तक आते हैं लेकिन इस आदमी ने तो राजा की तरह एय्याशी की थी."

मुक़दमे का परिणाम जो भी हो, एक महिला राजनयिक के करियर पर पति की हरकतों से तो धब्बा ज़रूर लग गया है.

कपड़े उतारकर भरेंगे ऊँची उड़ान


क्या आपने कभी निवस्त्र लोगों की हवाई यात्रा के बारे में सुना है? पूर्वी जर्मनी की एक ट्रैवेल एजेंसी ने दुनिया की पहली ऐसी हवाई उड़ान का आयोजन किया है जिसमें सभी लोग कपड़े उतार कर शामिल होंगे.
यह उड़ान इसी साल जुलाई महीने में जर्मनी में स्थित इरफ़ुत से लेकर यूज़डम तक आयोजित होगी.

इरफ़ुत में बीबीसी संवाददाता स्टीव रोज़ेनबर्ग के अनुसार जब ये विमान उड़ेगा तो सारे यात्री अपने कपड़े उतार देंगे और सारी यात्रा बिना कपड़ों के ही करेंगे.

जर्मनी के पीटर नीहेंके कहते हैं कि न्यूडिज़्म अपने आपको व्यक्त करने का तरीका है. वे कहते हैं, “ पूर्वी जर्मनी में, जब कम्युनिस्टों की सरकार थी तब लोगों को बहुत कम आज़ादी थी, लोग नियमों से बंधे रहते थे इसीलिए उनके लिए नंगे रहना अपनी आज़ादी व्यक्त करने का तरीका था.”

इस फ़्लाइट को लेकर कई सवाल उठाए जा रहे हैं, यात्री पूछ रहे हैं – “हम कपड़े कब उतार सकेंगे?”

एयरलाइन का जवाब है – एयरपोर्ट तक कपड़े पहनकर ही आइए, फ़्लाइट के अंदर घुसने के बाद ही आप कपड़े उतार सकेंगे.

एक पत्रकार ने सवाल पूछा है कि एयरलाइन का स्टाफ़ क्या पहनेगा?

जवाब मिला – पैसेंजर चाहे कुछ भी न पहनें, स्टाफ़ पूरी यूनिफ़ॉर्म में ही रहेंगे.

उड़ान के दौरान गर्म पेय पदार्थों पर पाबंदी रहेगी ताकि विमान को साफ़ रखा जाए.

यात्रियों के लिए ज़रूरी होगा कि वे सीटों पर बिछाए गए विशेष तौलियों पर ही बैठें.

सुरक्षा के लिहाज़ से विमान के चालक को इस पूरे प्रयोग से अलग रखा गया है. विमान चालक कपड़े पहने रहेगें.

आधिकारिक तौर पर इस यात्रा के लिए टिकटों की बिक्री शुक्रवार से शुरू हो रही है लेकिन कंपनी का कहना है कि उसे आरक्षण के दर्जनों आवेदन पहले ही मिल चुके हैं.

ये सब नया ज़रूर है लेकिन ज़्यादा आश्चर्यजनक नहीं है. जर्मनी के लोगों में कपड़े उतारने की परंपरा काफ़ी पुरानी है.

दुनिया की पहली निर्वस्त्र लोगों की कॉलोनी जर्मनी में ही शुरु हुई थी.