Thursday, November 6, 2008

गुजराती गुलाब से महक उठा जापानी बाजार


जापान का बाजार इन दिनों गुजराती फूल से गुलजार है। राज्य में उत्पादित कुल गुलाब के 70 फीसदी हिस्से का निर्यात जापान में हो रहा है।
पिछले साल कुल 35 लाख गुलाब जापान भेजे गए थे। राज्य के बागवानी विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सूरत में पैदा किए जाने वाले कुल गुलाब का 70 फीसदी जापान के बाजार में भेजा जाएगा। गौरतलब है कि यहां 100 एकड़ जमीन में गुलाब की खेती प्रस्तावित है।
बागवानी विभाग के उपनिदेशक जेड. एम. पटेल ने कहा - इस साल फूलों के निर्यात में और बढ़ोतरी की उम्मीद है क्योंकि साल 2007 में सरकार ने ग्रीन हाउस फॉर्मिंग की बाबत 18 एमओयू पर दस्तखत किए गए थे और इस वजह से लंबी अवधि के कारोबार में इजाफा होगा।
उन्होंने कहा कि सूरत से होने वाले फूलों का निर्यात जोर पकड़ रहा है क्योंकि यहां फूलों की खेती का रकबा भी बढ़ रहा है। विभाग के एक अधिकारी पी. एम. वघासिया ने कहा कि पिछले 5 साल में यहां खेती का रकबा 40.5 हेक्टेयर से करीब 100 हेक्टेयर पर पहुंच गया है।
जिन किसानों ने दो हेक्टेयर जमीन पर गुलाब की खेती की शुरुआत की थी, वे अब 10 हेक्टेयर जमीन पर गुलाब की खेती कर रहे हैं। पटेल ने कहा कि ये किसान अब गुलाब की विभिन्न वेरायटी का निर्यात जापान को करने लगे हैं। कुछ ऐसे भी किसान हैं जो अभी-अभी फूलों की खेती की तरफ मुड़े हैं।
सूरत के एक किसान धर्मेश पटेल ने बताया कि इसके अलावा इटली, हॉलैंड और जर्मनी जैसे देशों को भी सूरत के किसान गुलाब भेज रहे हैं। उन्होंने कहा कि 60 से ज्यादा किसान फूलों की विभिन्न किस्म मसलन गुलाब, गेंदा आदि की खेती कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ये किसान खेती के आधुनिक तकनीक का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। बागवानी विभाग के अधिकारी वघासिया ने बताया कि हॉटिकल्चर मिशन 2005 की शुरुआत के बाद राज्य में फूलों की खेती का कुल रकबा 10 हजार हेक्टेयर तक पहुंच गया है।

सीनेटर ओबामा ने हिंदी, अन्य भारतीय भाषाओं के पर्चे बांटकर भारतीय वोट जुटाने का प्रयास किया था

Dingal News! अमेरिका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति बनने वाले सीनेटर बराक ओबामा ने अपने प्रचार अभियान के दौरान स्वयं को अल्पसंख्यकों के अधिकारों के लिए शक्तिशाली प्रवक्ता और पक्षपात के खिलाफ आवाज उठाने वाले योद्धा की तरह पेश किया था और भारतीय-अमेरिकियों को हिंदी समेत अन्य भारतीय भाषाओं में पर्चे बांट कर लुभाने की कोशिश की थी ।
ओबामा प्रचार अधिकारियों ने उनके पांच-सूत्री घोषणापत्र के हिंदी और मलयालम संस्करण निकाले थे, जिन्हें 50 राज्यों में सामुदायिक संगठनों के जरिये भारतीय-अमेरिकियों में बांटा गया था ।
इस पर्चे में कहा गया था कि उनके प्रशासन की एक उच्च प्राथमिकता स्वास्थ्य सेवाओं को वहन करने योग्य बनाना होगा और यह कहा गया था कि देश में 24 लाख एशियाई-अमेरिकी चिकित्सा बीमे के तहत नहीं आते, जो अमेरिका में बहुत महंगा है ।

एक पृष्ठ के घोषणापत्र में कहा गया था कि श्री ओबामा की योजना के अनुसार, एक आम अमेरिकी परिवार कम-से-कम 2,500 अमेरिकी डॉलर प्रतिवर्ष बचा सकेगा ।

इसमें कहा गया था 47-वर्षीय डेमोक्रेट सीनेटर ने अपने करिअर की शुरुआत शिकागो में एक सामुदायिक संयोजक के रूप में की थी और सभी प्रकार के भेदभाव को मिटाने के लिए काफी समय तक काम किया था । श्री ओबामा ने अपना राजनीतिक करिअर इलिनॉय राज्य की सीनेट के सदस्य के तौर पर शुरू किया था और उन्होंने नस्लीय भेदभाव के खिलाफ कानून पारित कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी ।

तमिलनाडु-अस्पताल में 20 टेस्ट ट्यूब बच्चों का जन्म

Dingal News!
तमिलनाडु के इरोड शहर में 30 अक्तूबर को एक दिन में 20 परखनली शिशुओं का जन्म हुआ, जिनमें 16 जुड़वां हैं । यहां के सुधा टेस्ट ट्यूब सेंटर में 12 महिलाओं ने इन बच्चों को जन्म दिया । इस दिन एक महत्वपूर्ण तमिल त्योहार कंडा षष्ठी था । इस सेंटर की निदेशक धनभाग्यम कंडासामी ने भारतीय समाचार एजेंसी, पीटीआई को बताया कि ये महिलाएं गर्भावस्था के अंतिम चरण में थीं और इसी दिन बच्चों को जन्म देना चाहती थीं, क्योंकि तमिल कैलेंडर के अनुसार, यह शुभ दिन था । इन बच्चों का जन्म सिजेरियन ऑपरेशन से हुआ । 30 अक्तूबर से शुरू होने वाला कंडा षष्ठी त्योहार 6 दिन तक मनाया जाता है और यह भगवान सुब्रह्मण्यम की राक्षस सुरापद्मन पर जीत का प्रतीक है । डॉ. कंडासामी ने बताया कि सभी माँएं और बच्चे स्वस्थ हैं तथा बच्चों का वजन 2.2 किग्रा से 3.5 किग्रा के बीच है ।