Friday, January 16, 2009

'सर्वश्रेष्ठ' नौकरी ने मचाई खलबली

 ऑस्ट्रेलिया के पर्यटन विभाग ने जिस नौकरी को 'दुनिया की सर्वश्रेष्ठ नौकरी' बताया था, उससे इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों में ऐसी खलबली मची है कि पर्यटन विभाग के लिए मुसीबत खड़ी हो गई है.

इस नौकरी के आवेदन स्वीकार करने के लिए जो विबसाइट बनाई गई थी, उस पर तीन दिनों में दस लाख से ज़्यादा 'हिट' आए हैं और वह वेबसाइट क्रैश कर गई है यानी उसने काम करना बंद कर दिया है.

ऑस्ट्रेलियाई पर्यटन विभाग को ऐसा व्यक्ति चाहिए जो क्वींसलैंड समुद्र तट के दूसरी ओर के द्वीपों की देखभाल कर सके और उनके बारे में जानकारी जुटा सके. इसके लिए कोई औपचारिक योग्यता अनिवार्य नहीं, उम्मीदवार को केवल तैराकी, गोता लगाने और नौका खेने का इच्छुक होना चाहिए.

इसके बदले में चुने गए प्रार्थी को छह महीनों में एक लाख तीन हज़ार डॉलर वेतन मिलेगा. इसके अलावा उसे तीन बेडरूम के पूल वाले विला में रहने को मिलेगी जिसका कोई किराया नहीं देना होगा.

इस व्यक्ति को एक महीने में केवल 12 घंटे काम करना होगा और उसकी ड्यूटी में मछलियों की करीब सौ प्रजातियों को खाना खिलाना और द्वीप के पत्रों को एकत्र करना शामिल है. क्षेत्र में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए उसे एक ब्लॉग, एक फ़ोटो डायरी और कुछ वीडियो भी बनाने होंगे.

इस पद का विज्ञापन ऑस्ट्रेलिया के व्हिटसनडे द्वीपसमूह के हैमिल्टन द्वीप के 'केयरटेकर' के रूप में किया गया है.

जुलाई से काम करना होगा

पर्यटन विभाग को पहले ही 2000 वीडियो आवेदन मिले हैं और आवेदन देने की अंतिम तिथि 22 फ़रवरी तक अधिकारियों को हज़ारों और आवेदन मिलने की संभावना है.

इसके बाद मई में दस उचित उम्मीदवारों की सूची तैयार की जाएगी.

टॉरिज़म क्वीन्सलैंड की वेबसाइट पर जाने वाले वोट के आधार पर एक और उम्मीदवार का चयन करेंगे.

फिर उम्मीदवारों को चार दिन की अंतिम इंटरव्यू प्रक्रिया के लिए बुलाया जाएगा और सफल उम्मीदवार एक जुलाई से काम शुरु कर देगा.

 

संबंधों की गहराई तय करते सुर्ख़ लब


कहते हैं कि एक तस्वीर हज़ार शब्दों के बराबर होती है लेकिन क्या एक चुंबन हज़ार बातें कह सकता है....युवतियों की मानें तो शायद हां...

एक अमरीकी विश्वविद्यालय में युवाओं के बीच किए गए एक शोध में यह बात सामने आई है कि युवतियां संबंधों के निर्धारण में चुंबन को सबसे अधिक महत्व देती हैं.

न्यूयॉर्क राज्य विश्वविद्यालय की एक टीम ने लगभग 1000 विद्यार्थियों से इस बारे में सवाल पूछे.

इवोल्यूशनरी साइकोलॉजिस्ट नाम के जर्नल में छपे शोध में कहा गया है कि लड़कियाँ संभावित साथी को समझने के लिए चुंबन को एक तरीके के रूप में अपनाती हैं और इसी आधार पर संबंधों की घनिष्ठता का स्तर तय करती हैं.

वहीं दूसरी तरफ पुरुषों ने चुंबन को कम महत्व दिया और इसे सिर्फ़ शारीरिक संबंध बनाने से जोड़कर देखा.

शोध के दौरान पता लगा कि पुरुष इस बारे में बहुत भेदभाव नहीं करते कि किसका चुंबन ले रहे हैं या किस के साथ शारीरिक संबंध बना रहे हैं.

महत्व

शोध में पाया गया कि पुरुष किसी के भी साथ शारीरिक संबंध बनाने पर राज़ी थे. पुरुषों ने चाहे दूसरे साथी का चुंबन न लिया हो, उसके प्रति आकर्षित न हों या उसे ख़राब चुंबन करने वाला समझते हों फिर भी वो शारीरिक संबंध बनाने के लिए सहमत थे.

लंबे समय के संबंधों में महिलाओं ने चुंबन को पुरुषों से अधिक महत्व दिया और कहा कि पूरे संबंध के दौरान चुंबन का बहुत महत्व होता है.

वहीं पुरुषों का कहना था कि जैसे-जैसे संबंध पुराना होता जाता है वैसे-वैसे चुंबन का महत्व और कम होता जाता है.

महिलाओं और पुरुषों में चुंबन के तरीके को लेकर भी अंतर देखने को मिला.

शीर्ष शोधकर्ता डॉक्टर गॉर्डन गैलप ने कहा कि समय के साथ चुंबन प्रेम-संबंध का एक ज़रूरी हिस्सा बन गया है.

लेकिन उन्होंने यह भी कहा, "महिलाओं और पुरुषों दोनों ही चुंबन से फ़ायदा पाते हैं लेकिन जीवनसाथी की खोज में चुंबन के महत्व पर दोनों में अलग-अलग राय देखने में मिली."

तो फिर युवक हों या युवती...आपको भी चुंबन पर ध्यान देना पड़ सकता है.