Friday, September 26, 2008
बच्चे को ढोने दें स्कूल बैग का बोझ
Marwar News! Sep 26, 06:54 pm
मेलबर्न। क्या अपने बच्चे का भारी स्कूल बैग आप ढोते हैं? यदि उत्तर 'हां' है तो आगे से ऐसा न करें। आस्ट्रेलियाई शोधकर्ताओं का कहना है कि किशोर उम्र में पीठ पर भारी बैग ढोने से शरीर और खास तौर पर रीढ़ की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। बस, ध्यान सिर्फ इतना रखना है कि स्कूल बैग का वजन बच्चे के वजन से 15 फीसदी से अधिक न हो।
यह अध्ययन रिपोर्ट आस्ट्रेलियन जर्नल आफ फिजियोथिरैपी के ताजा अंक में प्रकाशित हुई है। पश्चिमी आस्ट्रेलिया स्थित कर्टिन यूनिवर्सिटी के लियान स्ट्रेकर के हवाले से इसमें कहा गया है कि जो बच्चे पैदल या साइकिल से स्कूल जाते हैं उन्हें पीठ और गर्दन के दर्द की शिकायत कम होती है।
स्ट्रेकर के अनुसार स्कूल बैग लेकर पैदल चलने या साइकिल चलाने से शरीर और रीढ़ की मांसपेशियों की ताकत व सहनशीलता बढ़ती है। स्ट्रेकर कहते हैं कि पीठ पर स्कूल बैग ढोने से मांसपेशियां मजबूत हो जाती हैं इसलिए उनमें पीठ और गर्दन में दर्द जैसी तकलीफें कम देखने को मिलती हैं।
इस अध्ययन के दौरान छात्रों से स्कूल बैग के वजन और उसे लेकर चलने के उनके अनुभव के बारे में सवाल पूछे गए। स्ट्रेकर ने बताया कि अध्ययन में शामिल पचास फीसदी छात्र-छात्राओं ने पीठ और गर्दन में दर्द रहने की शिकायत की। इनमें से ज्यादातर लोग अपना स्कूल बैग खुद नहीं ढोते थे।
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