Friday, September 26, 2008

ज्यादा साफ-सफाई से भी डायबिटीज!

Posted on 8:37 AM by Guman singh

Marwar News! Sep 26, 07:26 pm
लंदन। साफ-सुथरे वातावरण की अक्सर वकालत की जाती है। यह स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद जरूरी भी है। लेकिन, एक हालिया शोध में ज्यादा साफ-सफाई से रहने को डायबिटीज का खतरा बढ़ने की बात कही गई है।
ब्रिटिश शोधकर्ताओं के अनुसार बचपन में बैक्टीरिया और वायरस रहित वातावरण आगे जाकर हाई ब्लड प्रेशर और उससे संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है। अध्ययन के मुताबिक बचपन के दौरान शरीर में ऐसे 'ह्यूंमन फ्रेंडली' बैक्टीरिया विकसित होते हैं जो टाइप 1 डायबिटीज से लड़ने में मददगार होते हैं। इनके चलते प्रतिरक्षा तंत्र कोशिकाओं को इंसुलिन बनाने के लिए प्रेरित करता है। उल्लेखनीय है कि ये बैक्टीरिया आंतों में विकसित होते हैं।
बैक्टीरिया का प्रतिरक्षा तंत्र पर प्रभाव जानने के लिए शोधकर्ताओं ने चूहों पर प्रयोग किया। जिन चूहों को बचपन में बैक्टीरिया मुक्त वातावरण में रखा गया था उनमें आगे चलकर गंभीर डायबिटीज पाई गई। इसके विपरीत जिन चूहों को शुरू से बैक्टीरिया वाले माहौल में रखा गया तो आगे जाकर उनमें आश्चर्यजनक रूप से डायबिटीज का खतरा कम देखा गया।
ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी की प्रमुख शोधकर्ता सुजेन वांग के मुताबिक आंतों में पाए जाने वाले ह्यूंमन फ्रेंडली बैक्टीरिया और प्रतिरक्षा तंत्र के बीच गहरा संबंध है। सुजेन ने कहा कि अब हम इस बात की खोज में लगे हैं कि यह बैक्टीरिया किस तरह से प्रतिरक्षा तंत्र को सक्रिय कर टाइप 1 डायबिटीज को रोकने में सफल होता है।

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