Saturday, September 13, 2008

गायत्री परिवार ने कराया रोजा इफ्तार

Posted on 8:09 AM by Guman singh


वाराणसी। साम्प्रदायिक नफरत के मौजूदा माहौल में वाराणसी में एक ऐसा अनूठा और अनुकरणीय आयोजन हुआ जो सौहार्द की सुगंध बिखेर गया। यहां गायत्री परिवार के सदस्यों ने गुरुवार को शहर के रोजेदार मुसलमानों के लिए इफ्तार पार्टी का आयोजन किया।
इस आयोजन की खास बात यह रही कि इस मुसलमानों के अलावा हिंदू, सिख और ईसाई समुदाय के गणमान्य लोगों ने भी बड़ी शिद्दत के साथ इसमें शिरकत की।
शहर के एक छोटे से नर्सिंग होम में बड़े मकसद के लिए दी गई इस इफ्तार पार्टी की शुरुआत मगरीब की नमाज के बाद खजूर के सेवन से शुरू हुई।
सामूहिक नमाज की इमामत मुफ्ती-ए-शहर मौलाना अब्दुल बातिन नुमानी ने की। नर्सिंग होम का सभागार थोड़ी देर के लिए इबादतगाह में तब्दील हो गया।
नमाज के बाद गायत्री परिवार के सदस्यों ने वहां उपस्थित रोजेदारों और अन्य गणमान्य लोगों को अल्पाहार कराया। इस अवसर पर मौलाना नुमानी ने कहा कि ऐसे आयोजनों से भाईचारा, सांप्रदायिक सौहार्द तथा अमन-ओ-अमान का पैगाम लोगों तक पहुंचता है, जिसकी आज खास जरूरत है।
रोजेदारों को इफ्तार परोस रहे स्वामी आत्मानन्द गिरी ने कहा कि कोई भी धर्म मनुष्यों को आपस में जोड़ने के लिए बनाया गया है न कि तोड़ने के लिए।
उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से कुछ लोग धर्म का उपयोग इंसान-इंसान के बीच वैमनस्यता फैलाने के लिए कर रहे हैं। इस वैमनस्यता को इस तरह के आयोजन ही मिटा सकते हैं।
इस मौके पर फादर सबस्टीन ने कहा कि रमजान के दिनों में बड़े नेताओं के द्वारा इफ्तार पार्टी देना आम चलन हो गया है, लेकिन उन बड़ी इफ्तार पार्टियों में न तो सौहार्द झलकता है और न ही किसी प्रकार की एकता।

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