Saturday, September 13, 2008
न्यूक्लियर बम का फॉर्मूला इंटरनेट पर
Posted on 8:00 AM by Guman singh
नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग ने पाकिस्तान के परमाणु वैज्ञानिक अब्दुल कादिर खान के नेटवर्क पर ईरान, उत्तरी कोरिया और लिबिया को परमाणु तकनीकि मुहैया कराने का सनसनीखेज आरोप लगाया है।
संयुक्त राष्ट्र के परमाणु आयोग ने एक रिपोर्ट में कहा है कि परमाणु बम का ब्लूप्रिंट इंटरनेट पर मौजूद है। जिससे ये पता चलता है कि लीबिया को इंटरनेट के जरिए परमाणु बम के ब्लू प्रिंट मिले हैं। इस तरह के गंभीर दस्तावेज का इंटरनेट पर होना सुरक्षा के लिहाज से खतरनाक है।
इसके अलावा रिपोर्ट में चार साल तक लीबिया के परमाणु हथियार कार्यक्रमों जांच और तथाकथित परमाणु सौदे में ए क्यू खान का संबंध का जिक्र है।
साथ ही आईएईए ने यह भी आशंका जताई है कि ईरान और उत्तरी कोरिया के पास भी इसी तरह के ब्लूप्रिंट हो सकते हैं। अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष अलबरदेई इस मुद्दे पर कहा कि यह परेशान करने वाला विषय है।
पाकिस्तान के डॉन न्यूज के संवाददाता मुबाशिर जैदी ने सीएनएनआईबीएन से बातचीत में कहा कि विदेश विभाग की ओर से कहा गया है कि यह पुरानी रिपोर्ट है जिसमें खान को शामिल बताया गया था। और आई क्यू खान ने एक निजी टीवी चैनेल पर इस बात को स्वीकार भी किया था।
इस मामले के बाद उनको नजरबंद कर दिया गया था और वह आज भी नजरबंद हैं। अधिकारी इस बात को पुरानी बताने की कोशिश कर रहे हैं कि इसमें कुछ भी नया नहीं है। उन्होंने कहा कि लेकिन कुछ लोग इस मामले के जरिए दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं और इससे यह जानना चाहते हैं कि हमारे देश की सीमा पर क्या हो रहा है।
संयुक्त राष्ट्र के परमाणु आयोग ने एक रिपोर्ट में कहा है कि परमाणु बम का ब्लूप्रिंट इंटरनेट पर मौजूद है। जिससे ये पता चलता है कि लीबिया को इंटरनेट के जरिए परमाणु बम के ब्लू प्रिंट मिले हैं। इस तरह के गंभीर दस्तावेज का इंटरनेट पर होना सुरक्षा के लिहाज से खतरनाक है।
इसके अलावा रिपोर्ट में चार साल तक लीबिया के परमाणु हथियार कार्यक्रमों जांच और तथाकथित परमाणु सौदे में ए क्यू खान का संबंध का जिक्र है।
साथ ही आईएईए ने यह भी आशंका जताई है कि ईरान और उत्तरी कोरिया के पास भी इसी तरह के ब्लूप्रिंट हो सकते हैं। अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष अलबरदेई इस मुद्दे पर कहा कि यह परेशान करने वाला विषय है।
पाकिस्तान के डॉन न्यूज के संवाददाता मुबाशिर जैदी ने सीएनएनआईबीएन से बातचीत में कहा कि विदेश विभाग की ओर से कहा गया है कि यह पुरानी रिपोर्ट है जिसमें खान को शामिल बताया गया था। और आई क्यू खान ने एक निजी टीवी चैनेल पर इस बात को स्वीकार भी किया था।
इस मामले के बाद उनको नजरबंद कर दिया गया था और वह आज भी नजरबंद हैं। अधिकारी इस बात को पुरानी बताने की कोशिश कर रहे हैं कि इसमें कुछ भी नया नहीं है। उन्होंने कहा कि लेकिन कुछ लोग इस मामले के जरिए दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं और इससे यह जानना चाहते हैं कि हमारे देश की सीमा पर क्या हो रहा है।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No Response to "न्यूक्लियर बम का फॉर्मूला इंटरनेट पर"
Post a Comment