Friday, December 7, 2007

छोटी उम्र में ही बड़ा कारनामा

प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम के दौरान एक नौ साल के बच्चे से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह प्रभावित हुए बिना नहीं रह पाए और उन्होंने इस बच्चे की विशेष रूप से पीठ थपथपाई.नौ साल के इस चमत्कारी बच्चे अजय पुरी की ख़ासियत यह है कि इसने तीन साल की उम्र में अपनी वेवसाइट तैयार कर ली थी.मनमोहन सिंह ने उससे कहा,” तुम भारत का नाम रोशन करोगे, मुझे तुम पर...

अखबार वाला वो लड़का!

अख़बार बेच कर पढ़ाई कर रहे कोलकाता के सौरभ बोदक ने दसवीं कक्षा में 92 फ़ीसदी से अधिक अंक हासिल किए हैं. पढ़िए होनहार छात्र की कहानी उसी की जुबानी...''मैंने जबसे होश संभाला अपने पिता समीर बोदक को अख़बार बेचते ही देखा. वे हमारी नींद टूटने के पहले ही घर से निकल जाते थे और सूरज चढ़ने पर घर लौटते थे.बचपन से उनकी मेहनत देख कर ही मैंने तय किया कि...

Wednesday, December 5, 2007

भारत को अंग्रेज़ी में इंडिया क्यों कहते हैं

भारत को इंडिया इसलिए कहते हैं क्योंकि स्वतंत्र भारत के संविधान निर्माताओं ने इस शब्द को अंग्रेज़ों की विरासत के रूप में देश का दूसरा नाम स्वीकार किया. अंग्रेज़ों के भारत पर शासन काल में इंडिया नाम प्रचलित और रूढ़ हो चुका था. जहाँ तक इंडिया शब्द के अंग्रेज़ी में आने की बात है इसके लिए ज़रा पीछे जाना होगा. भारत का जिन विदेशी व्यापारियों, आक्रमणकारियों,...

गंगाजल ख़राब नहीं होता, क्यों?

गोमुख से निकली भागीरथी, देवप्रयाग में अलकनंदा से मिलती है. यहाँ तक आते-आते इसमें कुछ चट्टानें घुलती जाती हैं जिससे इसके जल में ऐसी क्षमता पैदा हो जाती है जो पानी को सड़ने नहीं देती. हर नदी के जल की अपनी जैविक संरचना होती है, जिसमें ख़ास तरह के घुले हुए पदार्थ रहते हैं जो कुछ क़िस्म के बैक्टीरिया को पनपने देते हैं कुछ को नहीं. बैक्टीरिया दोनों...

अल जज़ीरा एक सैटलाइट टैलीविज़न

अल जज़ीरा एक सैटलाइट टैलीविज़न नैटवर्क है जो 1996 में शुरू हुआ था. इसका मुख्यालय मध्यपूर्व के देश क़तर की राजधानी दोहा में है और इसके अध्यक्ष हैं शाहज़ादा हमद बिन थामेर अल थानी. इसे शुरू करने के लिए क़तर के अमीर ने 15 करोड़ डॉलर की राशि दी थी. इस चैनल के आने से पहले मध्यपूर्व के दर्शक सरकारी टेलिविज़न ही देखा करते थे. अल जज़ीरा ने स्पष्ट...

ख़ासा पौष्टिक है 'ग़रीब का मेवा'

मूंगफली को ग़रीब की मेवा कहा जाता है. इसमें प्रोटीन और मोनो सैच्युरेटेड चर्बी बड़ी मात्रा में पाई जाती है. इसके अलावा कुछ ऐसे रसायन भी पाए जाते हैं जो स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं. सौ ग्राम मूंगफली में 22 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 50 ग्राम चर्बी और 24 ग्राम प्रोटीन होता है. यूं तो 50 ग्राम चर्बी बहुत हुई लेकिन इसमें सैच्युरेटिड चर्बी मात्र...

Tuesday, December 4, 2007

आकर्षित करते हैं होंठ

वैज्ञानिकों के शोध में पता चला है कि व्यक्ति विशेष के होंठ इस बात का निर्धारण करने में अहम भूमिका निभाते हैं कि वह सामने वाले को कितना आकर्षित कर पाता है.होंठों के बारे में इतना तो कहा ही जा सकता है कि- जितने भरे-पूरे, उतने अच्छे.लेकिन प्लास्टिक सर्जरी के ज़रिए होंठों का आकार बढ़ाने के इच्छुक लोगों के लिए चेतावनी कि ज़रूरत से ज़्यादा बड़े...

लंबी उंगलियों वाले होते हैं आक्रामक

कनाडा के वैज्ञानिकों का कहना है कि किसी व्यक्ति की उंगलियों की लंबाई के आधार पर बताया जा सकता है कि वह शारीरिक रुप से कितना आक्रामक है.एक शोध के आधार पर कहा गया है कि यदि अंगूठे के बाद वाली उंगली 'तर्जनी' की लंबाई अंगूठी पहनने वाली उंगली 'अनामिका' से जितनी छोटी होगी वह व्यक्ति उतना ही तेज़ या उधमी होगा.अलबर्टा यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का कहना है कि यह सिद्धांत बोलने में तेज़ या लड़ाकू किस्म...

तिरूपति के वेंकटेश्वर मंदिर

तिरूपति के वेंकटेश्वर मंदिर का निर्माण किसने और कब किया इसके बारे में कोई एकमत नहीं है. लेकिन 500 वर्ष ईसापूर्व से लेकर सन 300 के बीच, तमिल भाषा के संगम साहित्य में, इसका ज़िक्र मिलता है. सन् 500 तक यह, वैष्णव संतों का केंद्र बन चुका था और चोला, होएसाला और विजयनगर राजघरानों ने इस मंदिर को दान करके बहुत संपन्न बनाया. आज यह दुनिया का सबसे धनी...

पुलिस की वर्दी ख़ाकी क्यों

भारतीय पुलिस की वर्दी ख़ाकी क्यों है. इसे चुनने के पीछे क्या कारण है. क्या इसलिए कि इसमें गंदगी छिप जाती है. ख़ाकी शब्द फ़ारसी भाषा के ख़ाक शब्द से बना है जिसका मतलब है धूल या मिट्टी. इसके पीछे बड़ी रोचक कहानी है. सन 1846 में सर हैरी लम्सडैन ने फ़्रन्टियर सेवा की मदद के लिए पेशावर में एक गाइड दल बनाया. इनके लिए ढीले-ढाले कपड़े बनवाए गए जो...

डेजर्ट एलोविरा अब एड्स रोगियों के लिए फायदेमंद

रानीवाड़ा(भास्कर)मारवाड़ में उगने वाली डेजर्ट एलोविरा(मीठा ग्वारपाठा) और मशरुम(खुम्बी) अब एड्स रोगियों के लिए फायदेमंद साबित होने लगी है। मानव कल्याण संस्थान के निदेशक और सेवानिवृत चिकित्साधिकारी डॉ गंगासिंह चौहान ने काजरी के रिटायर्ड सांइन्सिटक डॉ ए पी जैन के सहयोग से एलोविरा व मशरुम के कैप्सूल तैयार किए हैं। एड्स रोगियों पर इनका परीक्षण करने पर अभूतपूर्व और चौंकाने वाले सुधार नजर आए। सफलता...

Monday, December 3, 2007

गालों में 'सेक्स अपील'

ख़ूबसूरत दिखने और दूसरों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए लोग क्या नहीं करते. ऐसे में यदि उन्हें पता चल जाए कि आकर्षण कहाँ है तो फिर क्या कहने.लोगों की समस्या हल करने की कोशिश की है एक नए शोध ने जिसका कहना है कि पुरुषों में 'सेक्स अपील' गालों में होती है.यानी पुरुष अगर गालों की चिंता करके उसे ठीक रखें तो महिलाएँ उनकी ओर आकर्षित होंगी ही और...

अवसाद दूर करने की 'कसरती' गोली

वैज्ञानिकों का कहना है कि डिप्रेशन यानी अवसाद दूर करने में नियमित कसरत जितनी असरदार होती है, जल्द ही वही लाभ दवा की एक गोली से हो सकेगा.येले विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों का कहना है कि चूहों पर किए प्रयोग से पता चला है कि नियमित व्यायाम से अवसादग्रस्त लोगों को मदद मिलती है. ‘नेचर मेडिसिन’ में प्रकाशित शोध में वैज्ञानिकों का कहना है कि इस नतीज़े से कारगर दवा तैयार करने में सहायता मिलेगी.ब्रिटेन...

Wednesday, November 28, 2007

जनरल नॉलेज के लिए कुछ सवाल

हवा कैसी चलती है. हमारी पृथ्वी, गैस के अणुओं की परतों से घिरी हुई है, जिसे वायुमंडल कहा जाता है. यह वायुमंडल मुख्य रूप से नाइट्रोजन और ऑक्सीजन गैसों से मिलकर बना है. जब इन गैसों के अणु गति पकड़ते हैं तो उसे हवा कहा जाता है. अब सवाल कि हवा चलती कैसे है. सूर्य पृथ्वी की सतह को गर्म करता है तो इससे वायुमंडल भी गर्म होता है. जिन हिस्सों पर सूर्य की किरणें सीधी पड़ती हैं वह गर्म हो जाते हैं और...

Monday, November 26, 2007

थरपाकर में हिन्दू बहुसंख्या में

भारतीय उपमहाद्वीप के 1947 में विभाजन के बाद जब पाकिस्तान अस्तित्व में आया तब जिस तरह से बहुत सारे मुसलमानों ने भारत में ही रहना पसन्द किया, उसी तरह से बहूत सारे हिन्दू भी ऐसे थे जिन्हें पाकिस्तान छोड़ना गवारा नहीं हुआ. कुछ भारत जाना चाहते भी थे तो ग़रीबी की वजह से नहीं जा सके. बँटवारे के पचास साल बाद भी पाकिस्तान में ज़्यादातर हिन्दुओं की...

Sunday, November 25, 2007

मलेशियाई हिन्दू सड़कों पर

मलेशियाई हिन्दू सड़कों पर कुआलालंपुर मलेशिया में मुस्लिमों की तरह समान अधिकारों की माँग को लेकर राजधानी कुआलालंपुर में रविवार को 10 हजार से ज्यादा हिन्दुओं ने सरकार के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए उन पर लाठीचार्ज किया, आँसू गैस के गोले छोड़े तथा पानी की तेज बौछार की।मलेशियाई हिन्दुओं ने भेदभाव के खिलाफ आयोजित इस रैली की तैयारी कई दिन पहले ही कर ली थी,...

Wednesday, October 31, 2007

सतारूढ़ भाजपा में असंतोष

राजस्थान में सतारूढ़ भाजपा में असंतोष अब सतह पर आ गया है। पार्टी के असंतुष्ट नेता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में विपक्ष के नेता जसवंत सिंह के पैतृक गाँव बाढ़मेर ज़िले के जसौल मे इकट्ठा हो रहे हैं।इसमें भाग लेने के लिए पार्टी के अनेक वरिष्ठ नेता और मंत्री जसौल पहुँच गए हैं और इसे परिवारिक कार्यक्रम और स्नेहभोज का नाम दिया गया है। ये मतभेद ऐसे समय सामने आए हैं जब भाजपा सत्ता में अपने...

Tuesday, October 30, 2007

तहलका रिपोर्ट: मोदी सरकार घेरे में

गुजरात दंगों पर तहलका की ताज़ा रिपोर्ट के बाद एक बार फिर राजनीति गरमा गई है. कांग्रेस सहित कई पार्टियों ने तहलका टेप में दिखाए गए लोगों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग की है.लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुजरात सरकार पर लगाए गए आरोपों को ख़ारिज करते हुए इसे कांग्रेस की साज़िश बताया है.उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने तो प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर गुजरात दंगों की सीबीआई...

संगीत-प्रेमियों का एक और 'खिलौना'

संगीत प्रेमी अब वॉकमैन और एमपी3 की दुनिया से निकल कर आइपॉड की दुनिया में क़दम रख रहे हैं.ऐप्पल का यह छोटा सा उपकरण दुकानों में हाथोंहाथ बिक रहा है और क्रिसमस के बाद की सेल का तो यह एक अहम हिस्सा बन गया है.लंदन के स्टोर जॉन लुइस के माइक ख़ाल्फ़ी का कहना है, इसकी मांग आपूर्ति से कहीं बढ़ कर है. इसकी मांग आपूर्ति से कहीं बढ़ कर है. स्टोर के प्रभारी ऐप्पल का कहना है कि वह ज़्यादा से ज़्यादा...

'एमपी3 प्लेयर से बहरेपन का ख़तरा'

आइपॉड और अन्य पोर्टेबल म्यूज़िक प्लेयर की दिन-प्रतिदिन बढ़ती लोकप्रियता के मद्देनज़र विशेषज्ञों ने बहरेपन से प्रभावित लोगों की संख्या बढ़ने की आशंका व्यक्त की है.विशेषज्ञों का कहना है कि हेडफ़ोन में तेज़ आवाज़ के साथ संगीत सुनना स्थायी बहरेपन का कारण बन सकता है.ऑस्ट्रेलिया में सिडनी स्थित नेशनल एकॉस्टिक लैब के एक अध्ययन में पाया गया कि पर्सनल म्यूज़िक सिस्टम का उपयोग करने वाले एक चौथाई लोग...

आई पॉड अब छूने भर से चलेगा

कंप्यूटर और आईपॉड की निर्माता कंपनी एप्पल ने अब संगीत सुनाने वाले उपकरणों की क़तार में अब एक ऐसा भी आईपॉड शामिल किया है जिसमें टच स्क्रीन होगी यानी उसके बटन दबाने के बजाय वह छूने भर से इशारा समझ लेगा.इतना ही नहीं इस आईपॉड में बेतार इंटरनेट सुविधा भी होगी जिसे वाई फाई कहा जाता है और वेब ब्राऊज़र भी होगा यानी अगर संगीत प्रेमियों को घर से बाहर ही कोई नया गाना या एलबम डाउनलोड करने की ज़रूरत...

आई पॉड का संगीत क्रांति में हाथ!

मयूर विहार दिल्ली से दिगंबर झा ने पूछा है कि आई पॉड क्या होता है और इसका आविष्कार कहाँ हुआ था.आई पॉड एक छोटा सा उपकरण है जिसमें संगीत संग्रह किया जा सकता है और उसे सुना जा सकता है. यह एम पी-3 और एईसी कम्प्रेशन ऐल्गोरिद्म पर आधारित तकनीक है. पहले लोग वॉकमैन जैसे ध्वनि उपकरण लेकर चला करते थे लेकिन उनमें संगीत सुनने के लिए कैसेट भी रखने पड़ते थे और बाद में कैसेट का स्थान सीडी ने लिया. एमपी-3...

Wednesday, October 24, 2007

ब्लॉग बना चिट्ठा, जम गई चिट्ठाकारिता

इंटरनेट पर इन दिनों ब्लॉगिंग की खूब चर्चा है, हालाँकि इसकी शुरुआत तकरीबन दस साल पहले अँग्रेजी में हुई थी मगर अब हिंदी लिखने-पढ़ने वालों में भी यह विधा लोकप्रिय हो चली है. ब्लॉग यानी इंटरनेट पर डायरीनुमा व्यक्तिगत वेबसाइटें, जिसके लिए हिंदी में 'चिट्ठा' नाम प्रचलित और स्थापित हो चुका है. महज साढ़े चार साल पहले हिंदी ब्लॉग लेखन की शुरुआत हुई थी और आज हिंदी चिट्ठों की तादाद हज़ार से ऊपर है. मगर...

पाकिस्तान में मुहाजिरों का दर्द

विभाजन को साठ साल हो गए हैं लेकिन बँटवारे का दर्द किसी न किसी रूप में यहाँ आज भी महसूस किया जा सकता है.बँटवारे के बाद अपने लिए एक अलग देश का सपना आँखों में लिए मुसलमानों का पाकिस्तान पलायन हुआ. ये लोग भारत में अपना सार घर-बार छोड़कर पाकिस्तान आए थे लेकिन पाकिस्तान में इन उर्दूभाषी लोगों को मुहाजिर कहा गया और इनमें से बहुत सारे लोग जिस हालत में आए थे आज भी उसी हालत में कराची की मैली-कुचैली...

पाकिस्तान से अलग होने की माँग

पाकिस्तान के विवादास्पद बल्तिस्तान इलाक़े की रानी ने कहा है कि बल्तिस्तान को पाकिस्तान से आज़ादी दी जानी चाहिए. इसकी वजह बताते हुए रानी ने कहा कि पिछले साठ साल में वहाँ के लोगों को न तो उनके हक़ मिले हैं और न ही उनसे किए वादे पूरे हुए हैं.पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ़ ने आज बल्तिस्तान सहित उत्तरी पहाड़ी इलाक़ों के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की है. एक तरफ़ बल्तिस्तान को भारत जम्मू...

Tuesday, October 23, 2007

टाइम की पर्यावरण सूची में दो भारतीय

अमरीकी पत्रिका टाइम ने दुनिया भर में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उल्लेखनीय काम कर रहे लोगों की एक सूची जारी की है जिसमें दो भारतीयों - तुलसी ताँती और डीपी डोभाल ने भी जगह पाई है. तुलसी ताँती भारत की पवन ऊर्जा कंपनी सुज़लॉन के प्रमुख हैं और डीपी डोभाल वाडिया हिमालय भूगर्भीय संस्थान से संबंधित हैं. इन दोनों को टाइम ने ‘हीरोज़ ऑफ़ इनवायरनमेंट’ सूची में शामिल किया है.टाइम पत्रिका ने अपनी वेबसाइट...

'मैं झूठ के दरबार में सच बोल रहा हूँ...'

एक दौर था जब भारत की राजधानी दिल्ली यहाँ आए दिन होनेवाले राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर के कवि सम्मेलनों और मुशायरों के लिए जानी जाती थी पर अब लोगों को न तो ऐसे आयोजन सुनने को मिलते हैं और न ही सुनने वाले.हाँ, मगर कुछ ऐसी ही हो चली दिल्ली में शुक्रवार को जब एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का मुशायरा आयोजित हुआ तो सुनने वालों ने फिर से अपनी एक शाम दक्षिण एशिया और दुनिया के तमाम हिस्सों से आए शायरों के...

हिंदी शब्दों से कुछ ख़ास लगाव हैः फ़हमीदा रियाज़

भारत में जन्मी और पाकिस्तान में पली-बढ़ी फ़हमीदा रियाज़ ने शायरी, कहानी, उपन्यास और अनुवाद यानी साहित्य की जिस विधा में हाथ आज़माया, शोहरत पाई. लेखन के अलावा वो महिलाओं के हक़ की लड़ाई में भी हमेशा आगे रहीं. उर्दू के साथ ही उन्हें फ़ारसी, सिंधी और अंग्रेज़ी भाषा में भी महारत हासिल है. कुछ अरसा पहले उनसे मुलाक़ात हुई और प्रस्तुत हैं उसी बातचीत के कुछ प्रमुख अंश:आप हमेशा अपनी बेबाक शायरी और...

Wednesday, October 3, 2007

ऊँटनी का दूध कितना पौष्टिक!

ऊंटनी का दूध स्वास्थ्य के लिए कितना लाभदायक है और इसमें कौन कौन से पोषक तत्व होते हैं. यह पूछते हैं गांव कानोड़ बाड़मेर राजस्थान से कुरनाराम गोदारा.ऊंटनी के दूध में कैल्शियम, विटामिन बी और सी बड़ी मात्रा में होते हैं और इसमें लौह तत्व गाय के दूध की अपेक्षा दस गुना होता है. इसके अलावा इसमें रोग प्रतिकारक तत्व होते हैं जो कैंसर, ऐचआईवी एड्स,...

Sunday, September 30, 2007

भीनमाल का इतिहास

भीनमाल शहर प्राचीनकाल मे गुजरात राज्य की राजधानी था । पुरातनकाल मे यह भिल्लमाल के नाम से भी जाना जाता था। ईस्वी सन् 641 मे चीनी यात्री ह्वैंसान्ग यहा आया था,उसके अनुसार यह क्षेत्र गुर्जर रियासत थी। यहा का राजा क्षत्रिय था। वह बेहद बुध्धिमान एवँ युवा था। इस शहर मे ब्राह्मण,बौद्ध एवँ जैन धर्मावल्म्बी रहते थे। चीनी यात्री ह्वैंसान्ग के यात्रा वर्णन के अनुसार तत्कालीन समय मे भीनमाल पश्चिमी भारत...